‘चॉक खाने से क्या होता है? खाए जाओ, खाए जाओ!’ – ये टॉपिक सुनने में आपको जितना अजीब लग रहा है यकीन मानिए ये कुछ लोगों के लिए उतना ही रोचक है. साथ ही इसके बारे में जानकारी रखना सबके लिए फ़ायदेमंद है.
दोस्तों आज के टाइम में चॉक का इस्तेमाल सिर्फ लिखने और चित्र बनाने तक ही सीमित नहीं रह गया है. अब लोग इसे खाने के लिए भी इस्तेमाल करने लगे है, यही कारण है की बाज़ारों के साथ- साथ ऑनलाइन Amazon, Flipkart जैसे प्लेटफार्म पर भी खाने वाली चाक (edible chalk) आसानी से मिलने लगी है. अब ऐसे लोगों का मानना है की चाक खाने से शरीर में कैल्शियम और मिनरल्स की कमी पूरी होती है. इसे चबाने से दातों की अच्छी एक्सरसाइज भी हो जाती है इसलिए हम सबको चाक खानी चाहिए.
मैं खुद एक चाक- ईटर (चाक खाने वाली) रह चुकी हूँ, उसके परिणाम से अच्छी तरह से वाक़िफ़ हूँ इसलिए मैं चाक खाने के पक्ष में बिलकुल नहीं हूँ. बीते दिनों दोस्त से बात करते- करते चाक के बारे में लोगों को जागरूक करने का ख्याल आया. पहले तो सोचा अपनी कहानी लिख डालूं फिर सोचा क्यों न थोड़ी रिसर्च कर ली जाए, लोगो का चाक खाने के बारे में क्या ख्याल है ये जान लिया जाए.
रिसर्च के परिणाम चौंकाने वाले थे, इन्हें साझा कर रही हूँ क्योंकि इन्हें देख कर लगता है की सबका इनके बारे में जानना जरूरी है.
दोस्तों, जब मुझे चाक खाने की लत लगी थी तो मैं सबसे छुप कर चाक खाती थी, कोई देख लेगा तो मेरे बारे में क्या सोचेगा इसका ख्याल रखते हुए मैं चाक खाती थी. इसलिए मुझे उम्मीद ही नहीं थी की कोई यूट्यूब, Instagram पर चाक खाने की कचर- कचर विडियो भी डाल सकता है और लाखों की संख्या में लोग उन वीडियो को देखना पसंद भी कर सकते हैं और चाक खाते हुए लोगो को देख कर चाक के नशे में डूब भी सकते हैं.
चाक खाने वाली इन विडियो में ज़्यादातर महिलाएं शामिल थी, देसी भी और विदेशी भी. उस पर भी हैरान करने वाली बात ये थी की कुछ ने 50- 100 तो कुछ ने 500 चाक कुछ मिनटों में खाने का चैलेंज भी चालू कर रखा था, लोग कमेंट्स में उन्हें और चाक खाने के लिए प्रेरित कर रहे थे जैसे चैलेंज चाक खाने का नहीं बल्कि गोल गप्पे खाने का हो.
वहीँ एक मोहतरमा ऐसी भी दिखी जिनकी विडियो एक दम हट कर लगी. उनकी विडियो का टाइटल था- “Slate pencil eating advantages| slate pencil khane ke benefit”, उनकी विडियो से पहले मैं इस टाइटल की तकरीबन 5- 6 विडियो तब तक देख चुकी थी जिनमें सबने कहा की चाक खाने का कोई फायदा नहीं होता, चाक नहीं खानी चाहिए. पर इन मोहतरमा की विडियो उनसे बिलकुल विपरीत थी. उन्होंने अपने दर्शकों को दूसरों की तरह धोखा नहीं दिया बल्कि असल तौर पर चाक खाने के फायदे बताये. हैरत की बात तो ये थी की ये मोहतरमा इस विडिओ से पहले चाक खाने के नुक्सान को लेकर भी एक विडिओ बना चुकी थी.
उनके बोल कुछ इस प्रकार हैं-
“स्लेट पेंसिल खाने के कुछ फायदे भी होते हैं जिनकी आज हम हम बात करेंगे. लेकिन ये जो फायदे हैं इनका मतलब ये नहीं की आप स्लेट पेंसिल खाना शुरू कर दो. ये फायदे उन्हीं के लिए सही है जो की स्लेट पेंसिल खाते हैं, खाते आ रहे हैं. ठीक है. तो उनको ये फायदे मिलते है. वरना स्लेट पेंसिल के बहुत सारे नुक्सान हैं और ये जो फायदे हैं कुछ ये भी उन नुक्सान की भरपाई नहीं कर पाते हैं. ये तो जस्ट इतना है की अगर आप खा रहे हो तो ये वाला बेनिफिट मिल रहा है. अगर 10 नुक्सान हो रहे तो उससे 1बेनिफिट मिलता है.”
ये जानते हुए भी की स्लेट पेंसिल खाना सेहत के लिए कितना हानिकारक है अगर तब भी ये महिला उसके फायदे गिनवा सकती हैं तो सोचने वाली बात है की ये कितने भोले लोगों की जिन्दगीं बर्बाद कर सकती है अपनी अधूरी और पूरी तरह से गलत जानकारी से. इनके बताये गये बेनिफिट के अनुसार चाक खाने से हड्डियो को कैल्शियम मिलता है, शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं रहती है और मग्निसियम से पाचन क्रिया अच्छी होती है. हालाँकि रिसर्च के अनुसार चाक खाने के ये परिणाम सामने आये हैं-
- गौरतलब है आज तक चाक खाने का कोई फायदा सामने नहीं आया है फिर चाहे वो खाने वाली चाक ही क्यों न हो (edible chalk), अगर आता तो डॉक्टर शरीर में कैल्शियम, मैग्नीशियम या आयरन की कमी होने पर लोगों को दवाई या हरी सब्जियां खाने की जगह चाक खाने की सलाह देते.
- चाक खाने से शरीर को कैल्शियम जिस फॉर्म में मिलता है वो पचाने में आसान नहीं होता है, जिससे किडनी में पथरी, पेट और दांत में कीड़े या अन्य पचान सम्बंधित समस्यांए हो सकती हैं.
- चाक खाने से दांत घिस जाते हैं जिससे दांतों के सड़ने का भी खतरा बढ़ जाता है.
- जब शरीर में कैल्शियम और आयरन की कमी होती है, तो व्यक्ति, न चाहते हुए भी चॉक, रॉ स्टार्च, मिट्टी, बर्फ जैसे अखाद्य पदार्थ की तरफ आकर्षित होता है, वे पिका (Pica) नामक डिसऑर्डर से ग्रसित होता है। पिका एक ऐसा डिसऑर्डर है जिसमें इंसान ऐसी चीज़ें खाने लगता है जो खाने के लायक बिलकुल भी नहीं होती और जिसे खाने से उसके शरीर में ज़हर फैलने या खतरनाक पदार्थ जाने का खतरा बना रहता है.
हेल्थ से सम्बंधित जानकारी देने वाली वेबसाइट Healthshots के अनुसार, यह ओब्सेस्सिव-कॉम्पलसिव बिहेवियर, कुपोषण और गर्भावस्था से जुड़ा हुआ है। हालांकि, चॉक में किसी तरह के टोक्सिंस या ज़हर नहीं होता, लेकिन इसे खाना आपकी सेहत के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, ये आपके इंटरनल ऑर्गन को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
इस ब्लॉग पर रिसर्च करते हुए मैंने ये जाना:
- किसी भी बात या इंसान को बिना जाने- समझे फॉलो नहीं करना चाहिए. कुछ लोग अनजाने में तो कुछ लालच में आकर खुद के और दूसरों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ करते हैं. इसलिए कोई चीज़ आपके लिए सही है या नहीं ये बिना जाने- समझे किसी की बातों में न आये अपने भरोसेमंद बड़े या फिर डॉक्टर से सलाह लें.
- अंग्रेजी की एक कहावत है- “A little knowledge is a dangerous thing” जिसका मतलब है की अगर एक व्यक्ति अपने विचार दूसरों के साथ साझा कर रहा है और उसे उस विषय, उदाहरण के तौर पर चिकित्सा, धर्म या शिक्षा क्षेत्र का पर्याप्त ज्ञान नहीं है तो यह खतरनाक स्थितियों को जन्म दे सकता है. सीमित अनुभव वाले लोग अक्सर लोगों को गुमराह कर सकते हैं.
💥✌️bhooooot acha likha h apne….or apni research ko bhooot achi trh se represent kiya he 💥💖 INTRESTING & ATTRACTIVE
Shukriya:)
Yes
Bilkul shi kha aapne
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